Kanya Utthan Yojana: ग्रेजुएशन पास स्कॉलरशिप का पैसा 2 लाख से अधिक छात्राओं का अभी तक फंसा हुआ है। जिन्हें अगले चरण में पैसा देने की बात कही जा रही है। स्नातक पास छात्राओं को मिलते हैं 50 हजार रुपए, विभाग से आ रहा मैसेज-राशि देने के लिए फंड नहीं है।
फंड नहीं होने से स्नातक पास करने वाली सूबे की दो लाख से अधिक छात्राओं की कन्या उत्थान राशि फंस गई है। इन्हें योजना के तहत 50 हजार रुपए दिए जाने हैं, लेकिन अब तक राशि खाते में नहीं आई है। शिक्षा विभाग ने अप्रैल 2021 के बाद स्नातक पास छात्राओं को 50 हजार रुपये देने की घोषणा की थी, इससे पहले स्नातक पास छात्राओं को 25 हजार दिए जाते थे।
शिक्षा विभाग के पोर्टल पर इन छात्राओं के आवेदन को रेडी फॉर पेमेंट के तौर पर दिखाया जा रहा है, लेकिन जब छात्राएं अपने रजिस्ट्रेशन नंबर से स्टेटस चेक कर रही हैं तो उसमें लिखा आ रहा है कि सबजेक्ट टू एवेलेबिलिटी ऑफ फंड यानी फंड आने पर राशि खाते में चली जाएगी।
बीआरएबीयू के डीएसडब्ल्यू प्रो. आलोक प्रताप ने कहा कि इस बारे में जानकारी लेकर निदेशालय से
पत्राचार किया जाएगा। सबसे अधिक लनामिवि की छात्राओं की कन्या उत्थान राशि लंबित है। यहां 29
हजार 4 छात्राओं को राशि नहीं मिली है। बीआरएबीयू में 8524 छात्राओं की राशि रुकी है। राशि नहीं मिलने से छात्राएं विवि से लेकर कॉलेज तक के चक्कर काट रही हैं। हर तरफ से उन्हें सिर्फ आश्वासन मिल रहा है।
नोट:
- 08 हजार से अधिक छात्राओं की राशि रुकी है बीआरएबीयू में
- मिथिला विवि में 29 हजार छात्राओं की राशि लंबित
- स्नातक पास छात्राओं को मिलते हैं 50 हजार रुपए, विभाग से आ रहा मैसेज-राशि देने को नहीं है फंड
- 25 हजार रुपए पहले मिलते थे कन्या उत्थान योजना में
शादीशुदा छात्राओं की मुश्किल ज्यादा, पढ़ाई हो रही बाधित
बिहार विवि में छह महीने पहले 15 हजार छात्राओं की राशि लंबित थी। शिक्षा विभाग ने 6500 छात्राओं का भुगतान किया है। छात्राओं ने बताया कि उनकी शादी मुजफ्फरपुर से बाहर हो गई है। राशि का पता करने उन्हें काफी दूर से विवि आना पड़ता है। राशि नहीं मिलने से आगे की पढ़ाई नहीं कर पा रही हैं।
नये आवेदन के लिए पोर्टल भी नहीं खुला
नए आवेदन के लिए अभी पोर्टल भी नहीं खुला है। बिहार विवि की तरफ से शिक्षा विभाग को पोर्टल खोलने के लिए पत्र भी भेजा गया है। विभाग से पोर्टल खोलने का पत्र भी आया था। उधर, कॉलेजों से आये एक हजार कन्या उत्थान के आवेदन को विवि की तरफ से वापस कर दिया गया है।